बिहार सरकार महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है। इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं इस प्रकार हैं:
बिहार मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना
यह बिहार सरकार की एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- लाभ: इस योजना के तहत महिलाओं को ₹10 लाख तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसमें से ₹5 लाख ऋण के रूप में होते हैं, और ₹5 लाख सरकार द्वारा अनुदान (सब्सिडी) के रूप में दिए जाते हैं, जिसे वापस नहीं करना होता।
- प्रशिक्षण: योजना में चयनित लाभार्थियों को प्रशिक्षण के लिए प्रति इकाई ₹25,000 की व्यवस्था भी की जाती है।
- उद्देश्य: यह योजना महिलाओं को छोटे और मध्यम उद्यम शुरू करने में मदद करती है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें और दूसरों के लिए भी रोज़गार के अवसर पैदा कर सकें।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना
यह योजना लड़कियों के जन्म से लेकर स्नातक तक की शिक्षा और उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है।
- लाभ: इस योजना के तहत, बिहार सरकार बच्ची के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई पूरी करने तक विभिन्न चरणों में कुल ₹94,100 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इसमें इंटरमीडिएट पास करने पर अविवाहित कन्या को एकमुश्त ₹10,000 और स्नातक उत्तीर्ण प्रत्येक छात्रा को एकमुश्त ₹25,000 उनके खाते में देने का प्रावधान है।
- उद्देश्य: इस योजना का लक्ष्य बाल विवाह को रोकना, लिंगानुपात में सुधार करना, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना और महिला सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना
यह योजना महिलाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक सशक्तिकरण पर केंद्रित है।
- उद्देश्य: इसके तहत महिला हेल्प लाईन, अल्पावास गृह (Short Stay Homes), रक्षा गृह (Shelter Homes), कामकाजी महिला छात्रावास (Working Women Hostels), शिशुपालना गृह (Crèches) जैसी सुविधाओं का संचालन किया जाता है।
- कार्यक्रम: महिलाओं के विकास से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन राज्य, जिला और प्रखंड स्तर पर किया जाता है ताकि महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
जीविका परियोजना (बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति)
यह सीधे तौर पर एक सरकारी योजना न होकर, बिहार सरकार द्वारा समर्थित एक पहल है जो महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों (Self-Help Groups – SHGs) के माध्यम से काम करती है।
- कार्य: जीविका के अंतर्गत लाखों महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, जिन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ऋण, प्रशिक्षण और विभिन्न गतिविधियों में सहायता प्रदान की जाती है।
- प्रभाव: इसने बिहार की ग्रामीण महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं, उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है और उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार किया है।
हीटवेव बीमा योजना (हाल ही में कुछ जिलों में शुरू)
यह एक अपेक्षाकृत नई पहल है जो बिहार सरकार द्वारा गर्मी से प्रभावित महिला श्रमिकों के लिए शुरू की गई है।
- लाभ: यदि तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है, तो राज्य की लगभग 1.5 लाख महिला श्रमिकों को प्रतिदिन ₹300 मिलेंगे।
- उद्देश्य: यह योजना खासकर उन महिलाओं के लिए है जो घरों में काम करती हैं या खेती-पशुपालन में लगी हैं, ताकि उन्हें अत्यधिक गर्मी और लू में काम करने के लिए मजबूर न होना पड़े। यह फिलहाल कुछ विशेष जिलों (जैसे पटना, गया, मुंगेर, भागलपुर, बांका, कटिहार, पूर्णिया और सीवान) में शुरू की गई है।
ये कुछ प्रमुख योजनाएं हैं जो बिहार सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण और कल्याण के लिए चलाई जा रही हैं। इनका उद्देश्य महिलाओं को शिक्षा, उद्यमिता, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में सहायता प्रदान करना है।
क्या आप इनमें से किसी विशेष योजना के बारे में और जानकारी जानना चाहेंगे? या अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से अवश्य दे